दो शब्द : सरकारी नौकरी को महत्व क्यों?

 

दो शब्द : सरकारी नौकरी को महत्व क्यों?

गरीब और गरीब क्यों और अमीर और अमीर क्यों होता जाता है?

(जो सफर की शुरुआत करते हैं वह मंजिल भी पा लेते हैं बस एक बार चलने का हौसला रखना जरुरी है क्योंकि अच्छे इंसानों का तो रास्ते भी इंतजार करते हैं।)

यदि आप किसी को नौकरी और बिजनेस ऑफर करती हैं तो ज्यादातर लोग नौकरी करना पसंद करेंगे क्योंकि उनको यह किसी ने नहीं सिखाया की नौकरी से ज्यादा पैसा, इज्जत केवल बिजनेस से कमाई जा सकती है।

इसी तरह रिच डैड पुअर डैड किताब के लेखक रॉबर्ट कियोसकी कहती है कि यह सबसे बड़ा कारण है कि गरीब और गरीब होता जा रहा है और अमीर और अमीर बन रहा है क्योंकि ज्यादातर लोग बिजनेस के अवसर को पहचान नहीं पाते।

सभी स्कूल कॉलेजों में यह सिखाया जाता है कि आप नौकरी करके पैसों के लिए काम करो जबकि सिखाया जाना चाहिए कि पैसे आपके लिए काम करें।

व्यवसाय का प्रॉफिट नौकरी की सैलरी से बेहतर है क्योंकि आप सैलरी से सिर्फ जिंदगी निकाल सकते हो लेकिन बिजनेस प्रॉफिट से आप अमीर बन सकते हो।

जिंदगी में सफलता पाने के लिए थोड़ा जोखिम उठाना पड़ता है सीढ़ियां चढ़ते समय ऊपर जाने के लिए नीचे की सीढ़ी से पैर हटाना पड़ता है।

सफलता के लिए हमें कुछ बातों को इग्नोर भी करना पड़ता है।

           (1) मैं नहीं कर सकता,    

            (2) लोग क्या कहेंगे,

              (3) मैं फेल हो जाऊंगा,

(4) मम्मी पापा मना कर रहे।

 

जिस दिन आप ये सभी दरवाजों को ठोकर मारोगे उसी दिन और जिस वक्त ये निर्णय करोगे कि मुझे करना ही है अपना बिजनेस,उसी समय आप सफलता की ओर पहला कदम बढ़ा देंगे।

(जीवन में एक बार जो फैसला कर लो तो फिर पीछे मुड़कर मत देखना क्योंकि पलट कर देखने वाले कभी इतिहास नहीं बनाते।)

अगर कोई परिस्थिति आपको चैलेंज कर रही है तो वही चैलेंज आपको चेंज करेगा गरीब को गरीब सिर्फ उसकी सोच बनाती है जिस दिन आपको यह समझ आ गया उसी वक्त से आप परिस्थितियों के गुलाम नहीं बल्कि परिस्थितियों को अपना गुलाम बना लोगे हर इंसान की जिंदगी में ऐसा वक्त जरूर आता है कि उसे कुछ चीजें व परिस्थिति तोड़ने की कोशिश करती है खासतौर पर युवा अवस्था वो वक्त होता है जो हमें एक सफल बिजनेस मैन  बनने की सोच पैदा करने में हमें तैयार कर सकती हैं वैसे बिजनेसमैन बनने का गुण जरूरी नहीं कि पीढ़ी दर पीढ़ी मिले बल्कि व्यक्ति की सोच जो खुद व दूसरे की सहायता करने की शुरुआत से होती है कभी-कभी देखा गया है कि किसी की आलोचना उसे अमीर बनने में सहायक होती है इसलिए आलोचना करने वालों को इससे अच्छा जवाब कोई हो ही नहीं सकता, और कभी-कभी दिल टूटना व गरीबी में की गई बेज्जती भी अमीर बनने में सहायक होती है जन्म से कोई बड़ा नहीं होता असल में खुद मेहनत करके अपने हाथों से अपनी किस्मत लिखनी पड़ती है जैसा कि मैंने पहले ही कहा है कि कोई चीज या कोई स्थिति आपके जीवन में चैलेंज बनकर आई है तो निश्चित भगवान भी चाहते हैं कि आप उसे स्वीकार करें और अपना 100% दे और सफलता की डगर पर पहुंचे।

परिस्थितियां कितनी भी विकट क्यों ना हो पर चुनाव करना आपके हाथों में होता है वैसे ही जैसे हम नदी में डूबने से नहीं मरते बल्कि तैरना ना आने से डूब कर मर जाते हैं नदी में डूबने से बचने के लिए हमें तैरना सीखना पड़ता है वैसे ही जिंदगी की परिस्थितियों से लड़ने की जगह जिंदगी को कैसे सुकून भरा बनाया जा सके सीखना और समझना पड़ता है।

(उम्मीद एक ऐसी ऊर्जा है जिससे जिंदगी का कोई भी अंधेरा हिस्सा रोशन किया जा सकता है,जिसके पास उम्मीद है वह लाख बार हार कर भी नहीं हारता है)

यदि आप एक आम इंसान हैं और आपकी जिंदगी आपके सामने नई-नई और बार-बार विकट परिस्थितियां पैदा कर रही है तो आप निश्चिंत हो जाएं क्योंकि ब्रह्मांड की शक्ति आपको कुछ बनाने कुछ बड़ा बनाने की स्थिति आपके अंदर पैदा कर रही हैं आप ब्रह्मांड की शक्ति को महसूस करो और सुनो मौन हो जाओ आंखें बंद करके शांत बैठ जाओ और सोचो मेरे जीवन में ये स्थिती क्यों आई या क्यों मेरे साथ ही ऐसा हो रहा है।

मुझे ही क्यों ईश्वर ने परिस्थितियों में फंसाया है परेशानी तो आती ही है हमारे अंदर का 100% निकालने के लिए अपने आप से साक्षात्कार कराने के लिए, परिस्थितियों से लड़ना नहीं है बल्कि उसे समझना है क्योंकि सबसे कठिन रोल भी सबसे अच्छे कलाकार को मिलता है बस यही सोचकर कठिनाइयों को समझ कर आगे बढ़ते जाएं और सफल होकर बताए।

(काबिल बनना है तो गिरना तो पड़ेगा ही क्योंकि मिठाई खाने का असली मजा मिर्च खाने के बाद ही आता है।)

बिना अपने आप को समझे बिना बड़ा बहुत बड़ा  कुछ भी नहीं किया जा सकता जितने भी सफल बिजनेसमैन हैं वे हमेशा अपने अंदर झांकते हैं कि और क्या-क्या किया जा सकता है इस व्यवसाय की दुनिया में भी अपना आत्मविश्वास हमेशा बनाए रखते हैं इसे डगमगाने नहीं देते इसलिए यह कुछ बड़ा नहीं बल्कि बहुत बड़ा कर जाते हैं।

(जो भी काम करें पूरी मेहनत और लगन के साथ करें जीवन में जोखिम लेना बहुत जरूरी है बाधाओं के आने पर रोना नहीं चाहिए उन से लड़ना चाहिए।)

राबर्ट एच शुलर ने अपनी पुस्तक में लिखा है कि असफलता का अर्थ यह नहीं है कि आप असफल हैं आपने कुछ हासिल नहीं किया बल्कि यह है कि आप अब तक सफल नहीं हुए आपने कुछ सीखा है असफलता का अर्थ यह भी नहीं है कि आप में कमी है आपको हार मान लेना चाहिए असफलता का अर्थ यह भी नहीं है  कि आप कभी सफल नहीं हो पाएंगे बल्कि इसका मतलब यह है कि आपको और मेहनत करनी है उसमें थोड़ा वक्त लगेगा।

(मनुष्य जब भी असाधारण कार्य कर दिखाता है वह यश का कारण बन जाता है)

आप की सबसे बड़ी संपत्ति है आपका दिमाग यदि आप इसे सही तरीके से ट्रेंड करना शुरू कर दो तो यह आपको इतने पैसे कमा कर दे सकता है कि आप गिन भी नहीं पाओगे आप अपने दिमाग की कसरत जरूर करें तभी यह स्वस्थ रह पाएगा इस को ट्रेंड करने का पहला रास्ता है उसे सकारात्मक विचार देना उसके बाद इसमें बिजनेस आईडियाज को भरना और उन आईडियाज को काम में लेना अपने अनुसार।

(भीतर से आप पूरी तरह से तैयार हो जाते है तब आप महाशक्तिशाली बनकर बाहर के जगत में प्रकट होते है)

दिमाग का इंसान सिर्फ एक हिस्सा 10 से 15% ही उपयोग में लेता है हमें इसके 30- 40 परसेंट से ऊपर के हिस्से से काम लेना होगा,

लोग क्या कहेंगे यह मत सोचो तुम्हारे सपने पूरे कैसे होंगे सोचो,बुद्धिमत्ता कोई डिग्री से प्राप्त वस्तु नहीं है इसे स्व अनुभव और कड़ी मेहनत के साथ परिस्थितियों के द्वारा प्राप्त की जाती है मुझे बुरा लगता है जब लोग शिक्षा की तुलना बुद्धिमत्ता से करते हैं आपके पास 1 डिग्री हो सकती है लेकिन आप फिर भी मूर्ख हो सकते हैं जैसा कि हमने इस लेख में सबसे पहले ही बताया है कि इंसान नौकरी के पीछे ज्यादा से ज्यादा भागा जा रहा है क्योंकि समाज ने उसके दिमाग को वैसा ही ट्रेंड किया है।

अगर तुम चुनौतियों को स्वीकार करते हो और उसको अपना

हथियार बनाते हो तो तुमसे ज्यादा शक्तिशाली कोई नहीं है।

लोगों की सोच जब कोई इंसान बिजनेस करता है तो उसे इंसान समाज या परिवार जरूर रुकता है 2 , 5 साल बड़ी मेहनत से खुद का बिजनेस करना करना लोगों को रिस्क लगता है 40 50 साल तक जॉब करके साधारण इंसान बनकर रहना लोग पसंद करते है

अमिताभ बच्चन जी कहते हैं कि जीवन में चुनौतियां तो निश्चित है लेकिन हार जाना वैकल्पिक रूचि पूर्व संदिग्ध जिस के संबंध में किसी प्रकार का अनिश्चय हो।

जिंदगी में हमें एक चीज हमेशा याद रखनी चाहिए प्यांदा अगर बादशाह के साथ लड़ेगा तो बहुत बुरी मौत मरेगा दोस्तों बादशाह बनना है तो जवाब देना है कि आप एक प्यांदा नहीं हो राजा बन कर जवाब जरूर दें

नकारात्मक लोगों से दूर रहना चाहिए उनके पास हर सॉल्यूशन के लिए एक समस्या होती है।

महात्मा गांधी जी ने एक बार कहा था,लोग पहले आप को नजरअंदाज करेंगे फिर आप पर हसेंगे फिर आप का विरोध करेंगे और अंत में जब आप जीत जाओगे तो फिर यही लोग आपके पीछे-पीछे चलना शुरू कर देंगे इसलिए दोस्तों अपने सपनों को हकीकत में बदलने का सपना आज से ही देखना शुरू कर दीजिए इस जमाने की परवाह छोड़ दो अपने कर्मों को आगे बढ़ने दो और हासिल कर लो अपनी मंजिलों को दुनिया अपने आप आपके पैरों के निशान देखकर आपके पीछे-पीछे चली आएगी।

अभी मुसाफिर हूं मंजिलों की खबर कामयाबी की भी सुनाऊंगा थोड़ा सब्र रख ये वक्त तुझे भी बदल कर दिखाऊंगा।

आप अपना पैशन फॉलो करो पैसे के लिए नहीं बल्कि सपने के लिए जिसे देखा है अगर सब कुछ खत्म हुआ तो भी उस पैशन के जरिए फिर से अपनी मंजिल पा लोगे 5 साल या 7 साल का प्लान बनाओ 5 या 7 साल की प्लानिंग बनाते समय जो सोचा था,जिस पैशन को पाना था उसे एक एक करके पूरा करते चलो, जिंदगी के लिए जुनूनी बनो वह हर काम सिद्धत से करो जो आपका पैशन हो छोटी छोटी चीजों में खुशियां ढूंढो सफलता और असफलता के बीच एक लाइन होती है।

आपके ऊपर हंसने वाले को कुछ जवाब नहीं देना है बल्कि कहना है।

 

हंसने वाले हंसते रह जाएंगे।

हंसना कोई बड़ी बात नहीं।

हंसने वाले सिर्फ हंसते रह जाएंगे।

इससे बड़ी उनकी औकात नहीं

 

(वक्त से सीखो बदलते रहने का सबक वक्त कभी खुद को बदलते नहीं थकता।)

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